Tuesday, December 31, 2013

दिल कि दुआ

उन से कह दो मुझे सताना छोड़ दे,
दूसरो के साथ रह कर हर पल मुझे जलाना छोड़ दे।
या तो कर दे इन्कार मुझसे मुहब्बत नहीं,
या गुजरते हुए देख मुझे पलट कर मुस्कराना छोड़ दे॥

ना कर बात मुझसे मुझे कोइ गम नहीं,
यूँ सुनकर आवाज मेरी मेरी तरफ देखना छोड़ दे।
कर दे दिल ए बयान जो छुपा रखा है,
यूँ इशारों मैं बात बताना छोड़ दे॥

क्या इरादा है बता दे अब मुझे,
यूँ दोस्तों को मेरे किस्से सुनना छोड़ दे।
है पसंद जो रंग मुझे,
उस लिबास मैं बार बार आना छोड़ दे॥ 

ना कर याद मुझे बेशक तू,
किताबों मैं लिख लिख नाम मिटाना छोड़ दे।
उन से कह दो मुझे सताना छोड़ दे,
दूसरो के साथ रह कर हर पल मुझे जलाना छोड़ दे॥

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